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ये पालक जमीन के पानी में नाइट्रो एरोमैटिक्स की खोज करेंगे. ये कंपाउंड लैंडमाइन्स जैसे विस्फोटकों में पाया जाता है. पालक की पत्तियों में मौजूद कार्बन नैनोट्यूब नाइट्रो एरोमैटिक्स का पता लगाकर एक सिग्नल भेजेंगे.
- News18Hindi
- Last Updated:
February 3, 2021, 10:50 AM IST
ये पालक जमीन के पानी में नाइट्रो एरोमैटिक्स की खोज करेंगे. ये कंपाउंड लैंडमाइन्स जैसे विस्फोटकों में पाया जाता है. पालक की पत्तियों में मौजूद कार्बन नैनोट्यूब नाइट्रो एरोमैटिक्स का पता लगाकर एक सिग्नल भेजेंगे. ये सिग्नल इन्फ्रारेड कैमरों की मदद से पकड़ा जाएगा और फिर वैज्ञानिकों को ईमेल के माध्यम से अलर्ट मिल जाएगा.
वैसे तो ये रिसर्च एक रिसर्च जर्नल में 2016 में प्रकाशित हुई थी मगर लोगों को अब जा कर इस रिसर्च के बारे में पता चला है. इस रिसर्च के प्रमुख प्रोफेसर माइकल स्ट्रेनो ने कहा कि पौधे बहुत अच्छे विश्लेषणात्मक रसायनज्ञ होते हैं. उनकी जड़ों का जमीन में बहुत अच्छा नेटवर्क होता है. उनके पास ये शक्ति होती है कि वो ग्राउंडवाटर को पत्तियों तक ले जाएं. इससे पत्तियां अपने आप सिग्नल देने लगेंगी. उन्होंने ये भी कहा कि ये इंसान और पौधों के बीच संवाद का बहुत अच्छा माध्यम है. अमेरिकन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने पाया कि पालक को जब कार्बन नैनोशीट में परिवर्तित किया जाता है तो वो मेटल एयर बैट्री बनाने में कैटेलिस्ट का काम करने लगता है.